SSC CGL Syllabus in Hindi 2023
SSC CGL Syllabus In Hindi: SSC CGL 2023 Notification, 1 अप्रैल 2023 को जारी होगी. जैसा कि हम सभी जानते हैं कि SSC CGL दो स्तरों में आयोजित किया जाएगा, उम्मीदवारों के लिए ऑनलाइन परीक्षा के विभिन्न चरणों के लिए विस्तृत SSC CGL Syllabus 2023 को समझना और उसके अनुसार अपनी तैयारी की योजना बनाना अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता है. यदि आप SSC CGL Syllabus 2023 और परीक्षा प्रारूप से अच्छी तरह परिचित हैं, तो यह आपको परीक्षा के लिए एक अच्छी रणनीति तैयार करने में मदद करेगा। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे SSC CGL Syllabus के सन्दर्भ में भविष्य के अपडेट के लिए इस लेख को बुकमार्क कर लें।
SSC CGL सिलेबस 2023
SSC CGL syllabus 2023 में टियर 1 और 2 के अनुभाग-वार टॉपिक शामिल हैं। हम यहां SSC CGL Exam 2023 के विस्तृत सिलेबस पर चर्चा करने जा रहे हैं। उम्मीदवार SSC CGL 2023 exam के लिए सभी टियर के सिलेबस नीचे देख सकते हैं। आप SSC CGL Exam 2023 के संबंध में नवीनतम अपडेट के लिए इस साइट को बुकमार्क कर सकते हैं।
SSC CGL Syllabus 2023 in Hindi
कर्मचारी चयन आयोग भारत सरकार के अंतर्गत कई विभागों में विभिन्न ग्रुप B और ग्रुप C पदों पर भर्ती के लिए हर साल SSC CGL परीक्षा आयोजित करता है। कर्मचारी चयन आयोग (SSC) दो टियर में संयुक्त स्नातक स्तर (CGL) परीक्षा आयोजित करेगा, अर्थात्: टियर 1 और टियर 2. दोनों टियर के लिए SSC CGL Syllabus 2023 विस्तार से इस पोस्ट में दिया गया है। जारी अधिसूचना के अनुसार परीक्षा केवल दो टियर में आयोजित की जाएगी.
SSC CGL टियर 1 और टियर 2 ऑनलाइन मोड में आयोजित किये जायेंगे. इस परीक्षा के लिए प्रभावी ढंग से तैयारी करने हेतु SSC CGL Syllabus & exam pattern का उचित ज्ञान आवश्यक है. इस लेख में, आपको टियर 1 और टियर 2 के लिए SSC CGL Syllabus 2023 और SSC CGL Exam Pattern मिलेगा.
SSC CGL Syllabus 2023- ओवरव्यू
SSC CGL Syllabus 2023 का विस्तृत ओवरव्यू नीचे तालिका के रूप में दिया गया है। उचित तैयारी के लिए उम्मीदवारों को SSC CGL Syllabus के विवरण को देखना चाहिए। मैथ्स, इंग्लिश, जनरल अवेयरनेस और रीजनिंग के लिए SSC CGL Syllabus 2023, उम्मीदवारों की उन टॉपिक्स को जानने में मदद करता है जो सिलेबस में शामिल हैं तथा सिलेबस और परीक्षा पैटर्न के अनुसार उम्मीदवार अपनी तैयारी शुरू कर सकते हैं। महत्वपूर्ण जानकारी नीचे सारणीबद्ध है।
Exam Name | SSC CGL |
SSC CGL Full Form | Staff Selection Commission Combined Graduate Level |
Conducting Body | Staff Selection Commission |
Official Website | @ssc.nic.in |
Exam Type | National Level Exam |
Article Type | Syllabus |
Mode of Application | Online |
Mode of Exam | Online |
Eligibility | Indian citizenship & Graduate (Bachelor’s degree in relevant discipline) |
Exam Duration | Tier 1 – 60 minutes Tier 2 –Paper 1- 2 hours 30 minutes Paper 2 – 120 minutes Paper 3 – 120 minutes |
Section | Tier 1 – 4 Sections Tier 2 – 4 Papers |
SSC CGL Tier-I Exam Pattern
पेपर | प्रश्नों की संख्या | कुल अंक |
सामान्य बुद्धि और तर्क | 25 | 50 |
सामान्य ज्ञान | 25 | 50 |
मात्रात्मक समझ (Quantitative Aptitude) | 25 | 50 |
अंग्रेजी की समझ (English Comprehension) | 25 | 50 |
कुल | 100 | 200 |
SSC CGL Tier-II Exam Pattern
जैसा की आपको पता होगा कि इस बार आयोग ने SSC CGL Tier-II Exam Pattern में बदलाव किया है जो कि निम्न है –

SSC CGL Tier-1 और Tier-2 Exam Important Points
- टियर- 1 और टियर- 2 में वस्तुनिष्ठ (Objective), मल्टीपल चॉइस प्रश्न शामिल होंगे।
- प्रश्न अंग्रेजी और हिंदी दोनों में सेट किए जाएंगे।
- इसके अलावा टियर -1 में, प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 0.50 की निगेटिव मार्किंग होगी।
- इसके अलावा टियर- II का पेपर- II केवल उन्हीं उम्मीदवारों के लिए होगा जो सांख्यिकी मंत्रालय में जूनियर सांख्यिकी अधिकारी (JSO) के पद और कार्यक्रम कार्यान्वयन और सांख्यिकीय अन्वेषक ग्रेड- II में भारत के रजिस्ट्रार जनरल का कार्यालय, (एम / ओ होम अफेयर्स) के लिए आवेदन करते हैं।
- टियर- II में, पेपर- 3 केवल उन उम्मीदवारों के लिए होगा, जिन्हें टीयर-1 यानी असिस्टेंट ऑडिट ऑफिसर / असिस्टेंट के पदों के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है।
SSC CGL Syllabus 2023 Tier 1 in Hindi
SSC, SSC CGL टियर 1 परीक्षा के लिए 100 बहुविकल्पीय प्रश्नों के साथ कंप्यूटर आधारित परीक्षा आयोजित करेगा। SSC CGL की टियर 1 परीक्षा में 4 खंड होते हैं, जिसमें 100 प्रश्न होते हैं जो कुल 200 अंकों के होते हैं। विषयवार SSC CGL Syllabus 2023 विवरण नीचे दिया गया है:
SSC CGL Tier 1 Syllabus 2023: जनरल इंटेलिजेंस एंड रीजनिंग
जनरल इंटेलिजेंस एंड रीजनिंग सिलेबस में वर्बल और नन-वर्बल दोनों प्रकार के प्रश्न होते हैं। इसमें analogies, similarities and differences, space visualization, spatial orientation, problem solving, analysis, judgment, decision making, visual memory, discrimination, observation, relationship concepts, arithmetical reasoning और figural classification, arithmetic number series, non-verbal series, coding and decoding, statement conclusion, syllogistic reasoning आदि आते हैं।
इसके साथ इसमें Semantic Analogy, Symbolic/ Number Analogy, Figural Analogy, Semantic Classification, Symbolic/ Number Classification, Figural Classification, Semantic Series, Number Series, Figural Series, Problem Solving, Word Building, Coding & de-coding, Numerical Operations, symbolic Operations, Trends, Space Orientation, Space Visualization, Venn Diagrams, Drawing inferences,
Punched hole/ pattern- folding & un-folding, Figural Pattern- folding and completion, Indexing, Address matching, Date & city matching, Classification of centre codes/roll numbers, Small & Capital letters/ numbers coding, decoding and classification, Embedded Figures, Critical thinking, Emotional Intelligence, Social Intelligence टॉपिक भी शामिल होते हैं।
SSC CGL Syllabus 2023: गणित
SSC CGL टीयर 1 के लिए SSC CGL गणित सिलेबस: क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड के प्रश्नों में अभ्यर्थियों की संख्या और संख्या के उचित उपयोग की क्षमता का परीक्षण करने के लिए डिज़ाइन किया जाता है। SSC CGL गणित के सिलेबस के टॉपिक निम्नलिखित है:
- पूर्ण संख्याओं की गणना,
- दासमिक संख्या,
- भिन्न और संख्याओं के बीच संबंध,
- लाभ और हानि,
- समय और दूरी,
- समय और कार्य,
- प्रतिशत
- अनुपात और समानुपात,
- छूट
- साझेदारी,
- मिश्रण और सम्मिश्रण,
- वर्गमूल,
- औसत,
- रैखिक समीकरणों का ग्राफ,
- त्रिभुज और इसके विभिन्न प्रकार,
- त्रिभुजों में समानता,
- ब्याज,
- बेसिक अंकगणित और प्रारंभिक करणी,
- वृत्त और इसकी जीवा,
- त्रिभुज,
- चतुर्भुज,
- स्पर्शरेखा,
- वृत्त की जीवा द्वारा बनाया गया कोण,
- दो या दो से अधिक वृतों की उभयनिष्ठ स्पर्शरेखा,
- सम बहुभुज,
- वृत्त,
- लम्ब प्रिज्म,
- लम्ब वृत्तीय शंकु,
- लम्ब वृत्तीय बेलन,
- गोला,
- ऊंचाई और दूरी
- अर्धगोला,
- आयताकार समानांतर चतुर्भुज,
- त्रिभुजाकार और वर्गाकार आधार का लम्ब पिरामिड
- आयतचित्र,
- बारंबारता बहुभुज,
- बार आरेख और पाई-चार्ट,
- त्रिकोणमितीय अनुपात,
- डिग्री और रेडियन माप, सर्वसमिका,
- पूरक कोण
SSC CGL Syllabus 2023: English
यह सेक्शन में उम्मीदवारों की अंग्रेजी की सही समझ क्षमता, उनकी बुनियादी समझ और लेखन क्षमता आदि का टेस्ट होता है। इस सेक्शन में Phrases and Idioms, One word Substitution, Sentence Correction, Error Spotting, Fill in the Blanks, Spellings Correction, Reading Comprehension, Synonyms-Antonyms, Active Passive, Sentence Rearrangement, Sentence Improvement, Cloze test आदि के प्रश्न होते हैं।
SSC CGL Syllabus 2023: सामान्य जागरुकता
इस सेक्शन के प्रश्नों का उद्देश्य उम्मीदवारों के सामान्य जागरूकता (GK + GS) का उनके आस-पास के वातावरण और समाज के लिए इसके अनुप्रयोग का टेस्ट करना होता है। इसमें भारत और उसके पड़ोसी देशों से संबंधित प्रश्न भी शामिल होंगे, विशेष रूप से इतिहास, संस्कृति, भूगोल, आर्थिक दृश्य, सामान्य नीति और वैज्ञानिक अनुसंधान। विज्ञान, करंट अफेयर्स, पुस्तकों और लेखकों, खेल, महत्वपूर्ण योजनाओं, महत्वपूर्ण दिनों, विभागों, समाचारों आदि से भी प्रश्न पूछे जाएंगे।
SSC CGL Syllabus 2023 for Tier 2 in Hindi
कर्मचारी चयन आयोग ने आधिकारिक वेबसाइट पर SSC CGL 2022 notification अधिसूचना जारी की है। अधिसूचना के अनुसार परीक्षा पैटर्न में बहुत सारे बदलाव हुए हैं यानी परीक्षा केवल 2 चरणों में आयोजित की जाएगी अर्थात- टीयर 1 और टीयर 2। उम्मीदवारों को नीचे उल्लिखित विस्तृत SSC CGL Tier 2 syllabus से गुजरना होगा।
- Paper I (सभी पदों के लिए अनिवार्य),
- सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय में कनिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी (JSO) के पद के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के लिए पेपर II और
- सहायक लेखा परीक्षा अधिकारी / सहायक लेखा अधिकारी के पदों के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के लिए पेपर III है, वस्तुनिष्ठ प्रकार, बहुविकल्पीय प्रश्न, पेपर-I के खंड-III के मॉड्यूल-II को छोड़कर
Module-I of Session-I of Paper-I (गणितीय क्षमता)
- संख्या प्रणाली: पूर्ण संख्या की गणना, दशमलव और भिन्न, संख्याओं के बीच संबंध।
- मूल अंकगणितीय संक्रियाएं: प्रतिशत, अनुपात और समानुपात, वर्गमूल, औसत, ब्याज (साधारण और चक्रवृद्धि), लाभ और हानि, छूट, साझेदारी व्यवसाय, मिश्रण और सम्मिश्रण, समय और दूरी, समय और कार्य।
- बीजगणित: स्कूल बीजगणित की मूल बीजगणितीय आइडेंटिटी और प्राथमिक करणी (सरल समस्याएं) और रैखिक समीकरणों के ग्राफ।
- ज्यामिति: प्राथमिक ज्यामितीय आकृतियों और तथ्यों से परिचित: त्रिभुज और उसके विभिन्न प्रकार के केंद्र, त्रिभुजों की सर्वांगसमता और समरूपता, वृत्त और उसकी जीवाएँ, स्पर्शरेखाएँ, वृत्त की जीवाओं द्वारा अंतरित कोण, दो या दो से अधिक वृत्तों की उभयनिष्ठ स्पर्श रेखाएँ।
- क्षेत्रमिति: त्रिभुज, चतुर्भुज, नियमित बहुभुज, वृत्त, लंब प्रिज्म, लंब वृत्तीय शंकु, लंब वृत्तीय बेलन, गोला, अर्धगोला, आयताकार समांतर चतुर्भुज, त्रिभुज या वर्गाकार आधार वाला नियमित लंब पिरामिड।
- त्रिकोणमिति: त्रिकोणमिति, त्रिकोणमितीय अनुपात, पूरक कोण, ऊंचाई और दूरी (केवल साधारण प्रश्न) मानक आइडेंटिटी जैसे sin2θ + cos2θ=1, आदि
- सांख्यिकी और प्रायिकता: तालिकाओं और ग्राफ का उपयोग: हिस्टोग्राम, आवृत्ति बहुभुज, बार-आरेख, पाई-चार्ट; केंद्रीय प्रवृत्ति के माप: माध्य, माध्यिका, बहुलक, मानक विचलन; सरल प्रायिकताओं की गणना
Module-II of Section-I of Paper-I (तर्कशक्ति और सामान्य बुद्धिमत्ता)
जनरल इंटेलिजेंस और रीजनिंग में वर्बल और नॉन-वर्बल प्रकार शामिल होंगे। जो विषय शामिल हैं वे इस प्रकार हैं:
- सिमेंटिक सादृश्यता
- प्रतीकात्मक संक्रियाएं
- प्रतीकात्मक/संख्या सादृश्यता
- ट्रेंड
- चित्रात्मक सादृश्यता
- स्पेस ओरिएंटेशन और सिमेंटिक वर्गीकरण
- वेन आरेख
- प्रतीकात्मक/संख्या वर्गीकरण
- निष्कर्ष निकालना
- चित्रात्मक वर्गीकरण
- छिद्रित संबंधी/ पैटर्न- फोल्डिंग और अन्फोल्डिंग
- सिमेंटिक सीरीज
- फिगर पैटर्नफोल्डिंग और पूर्णता
- संख्या श्रृंखला
- एम्बेडेड आकृति
- आरेख श्रृंखला
- क्रिटिकल थिंकिंग
- प्रश्न हल करना
- भावनात्मक बुद्धिमत्ता
- शब्द निर्माण
- सामाजिक बुद्धिमत्ता
- कोडिंग और डी-कोडिंग
- संख्यात्मक संक्रिया
Module-I of Section-II of Paper-I (इंग्लिश भाषा और कॉम्प्रिहेंशन):
- Spot the error
- Fill in the blanks
- Synonyms
- Antonyms
- Spelling/ detecting misspelled words
- Idioms & phrases
- One word substitution
- Improvement of sentences
- Active/ passive voice of verbs
- Conversion into Direct/Indirect narration
- Shuffling of sentence parts
- Shuffling of sentences in a passage
- Cloze passage
- Comprehension passage
कॉम्प्रिहेंशन का परीक्षण करने के लिए, तीन या अधिक पैराग्राफ दिए जाएंगे और उन पर आधारित प्रश्न पूछे जाएंगे। कम से कम एक पैराग्राफ एक किताब या एक कहानी पर आधारित सरल होना चाहिए और अन्य दो पैराग्राफ एक रिपोर्ट या एक संपादकीय के आधार पर समसामयिक मामलों पर होना चाहिए।
Module-II of Section-II of Paper-I (सामान्य जागरूकता)
- भारत और उसके पड़ोसी देश विशेष रूप से इतिहास, संस्कृति, भूगोल, आर्थिक दृश्य, सामान्य नीति और वैज्ञानिक अनुसंधान से संबंधित हैं
- विज्ञान
- सामयिकी
- किताबें और लेखक
- खेल
- महत्वपूर्ण योजनाएं
- महत्वपूर्ण दिन
- पोर्टफोलियो
- चर्चित व्यक्ति
Module-I of Section-III of Paper-I (कंप्यूटर प्रवीणता)
कंप्यूटर की मूल बातें: कंप्यूटर का संगठन, सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU), इनपुट/आउटपुट डिवाइस, कंप्यूटर मेमोरी, मेमोरी ऑर्गनाइजेशन, बैक-अप डिवाइस, पोर्ट, विंडोज एक्सप्लोरर, कीवर्ड शार्टकट।
सॉफ्टवेयर: विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम जिसमें माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस की मूल बातें जैसे MS वर्ड, MS एक्सेल और पावरपॉइंट आदि शामिल हैं।
इंटरनेट और ई-मेल के साथ कार्य करना: वेब ब्राउज़ करना और सर्च करना, डाउनलोड करना और अपलोड करना, ई-मेल खाता प्रबंधन, ई-बैंकिंग
नेटवर्किंग और साइबर सुरक्षा की मूल बातें: नेटवर्किंग डिवाइस और प्रोटोकॉल, नेटवर्क और सूचना सुरक्षा खतरे (जैसे हैकिंग, वायरस, वर्म्स, ट्रोजन, आदि), और निवारक उपाय।
SSC CGL Tier 2 Syllabus 2023: Paper 2 सांख्यिकी
1. Collection, Classification, and Presentation of Statistical Data – Primary and Secondary data, Methods of data collection; Tabulation of data; Graphs and charts; Frequency distributions; Diagrammatic presentation of frequency distributions.
2. Measures of Central Tendency – Common measures of central tendency – mean median and mode; Partition values- quartiles, deciles, percentiles.
3. Measures of Dispersion- Common measures of dispersion – range, quartile deviations, mean deviation, and standard deviation; Measures of relative dispersion.
4. Moments, Skewness, and Kurtosis – Different types of moments and their relationship; the meaning of skewness and kurtosis; different measures of skewness and kurtosis.
5. Correlation and Regression – Scatter diagram; simple correlation coefficient; simple regression lines; Spearman‟s rank correlation; Measures of association of attributes; Multiple regression; Multiple and partial correlations (For three variables only).
6. Probability Theory – Meaning of probability; Different definitions of probability; Conditional probability; Compound probability; Independent events; Bayes‟ theorem.
7. Random Variable and Probability Distributions – Random variable; Probability functions; Expectation and Variance of a random variable; Higher moments of a random variable; Binomial, Poisson, Normal and Exponential distributions; Joint distribution of two random variables (discrete).
8. Sampling Theory – Concept of population and sample; Parameter and statistic, Sampling and non-sampling errors; Probability and nonprobability sampling techniques(simple random sampling, stratified sampling, multistage sampling, multiphase sampling, cluster sampling, systematic sampling, purposive sampling, convenience sampling, and quota sampling); Sampling distribution(statement only); Sample size decisions.
9. Statistical Inference – Point estimation and interval estimation, properties of a good estimator, Methods of estimation (Moments method, Maximum likelihood method, Least squares method), Testing of hypothesis, Basic concept of testing, Small sample, and large sample tests, Tests based on Z, Chit-square and F statistic, Confidence intervals.
10. Analysis of Variance – Analysis of one-way classified data and two-way classified data.
11. Time Series Analysis – Components of time series, Determination of trend component by different methods, Measurement of seasonal variation by different methods.
12. Index Numbers – Meaning of Index Numbers, Problems in the construction of index numbers, Types of an index number, Different formulae, Base shifting and splicing of index numbers, Cost of living Index Numbers, Uses of Index Numbers.
SSC CGL Tier 2 Syllabus 2023: सामान्य अध्ययन, वित्त और अर्थशास्त्र का पेपर 4
भाग A: वित्त और लेखा- (80 अंक):
मौलिक सिद्धांत और लेखांकन की मूल अवधारणा:
1.1 वित्तीय लेखांकन: प्रकृति और कार्यक्षेत्र, वित्तीय लेखांकन की सीमाएँ, बुनियादी अवधारणाएँ और रूढ़ियाँ, आम तौर पर स्वीकृत लेखांकन सिद्धांत।
1.2 लेखांकन की मूल अवधारणाएं: एकल और दोहरी प्रविष्टि, मूल प्रविष्टि की पुस्तकें, बैंक सुलह, जर्नल, लेजर, ट्रायल बैलेंस, त्रुटियों में सुधार, विनिर्माण, व्यापार, लाभ और हानि, विनियोग खाते, पूंजी और राजस्व व्यय के बीच बैलेंस शीट का अंतर, मूल्यह्रास लेखांकन , इन्वेंटरी, गैर-लाभकारी संगठनों के खातों, प्राप्तियों और भुगतान और आय और व्यय खाते, बिल विनिमय, सेल्फ बैलेंसिंग लेजर।
भाग B: अर्थशास्त्र और शासन- (120 अंक):
2.1 भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक- संवैधानिक प्रावधान, भूमिका और जिम्मेदारी।
2.2 वित्त आयोग-भूमिका और कार्य
2.3 अर्थशास्त्र की मूल अवधारणा और माइक्रो इकोनॉमिक्स की मूल बातें: अर्थशास्त्र की परिभाषा, कार्यक्षेत्र और प्रकृति, आर्थिक अध्ययन के तरीके और अर्थव्यवस्था की केंद्रीय समस्याएं और उत्पादन संभावना वक्र(Production possibilities curve)।
2.4 मांग और आपूर्ति का सिद्धांत: मांग का अर्थ और निर्धारक, मांग का नियम और मांग की लोच, मूल्य, आय और क्रॉस इलास्टिसिटी; उपभोक्ता के मर्शालियन दृष्टिकोण व्यवहार का सिद्धांत और उदासीनता वक्र दृष्टिकोण, आपूर्ति के अर्थ और निर्धारक, आपूर्ति का नियम और आपूर्ति का लोच।
2.5 उत्पादन और लागत का सिद्धांत: उत्पादन के अर्थ और कारक, उत्पादन के नियम- चर अनुपात का नियम और स्केल में रिटर्न के नियम।
2.6 विभिन्न बाजारों का बाजार मूल्य और बाजार की संरचना: इसमें बाजार के विभिन्न प्रकार-पूर्ण प्रतियोगिता(परफेक्ट कॉम्पिटिशन), एकाधिकार, एकाधिकार प्रतियोगिता और अल्पाधिकार विज्ञापन मूल्य निर्धारण आदि आते है।
2.7 भारतीय अर्थव्यवस्था:
2.7.1 भारतीय अर्थव्यवस्था की प्रकृति विभिन्न क्षेत्रों की भूमिका कृषि, उद्योग और सेवाएं-उनकी समस्याएं और विकास।
2.7.2 भारत की राष्ट्रीय आय-राष्ट्रीय आय की अवधारणा, राष्ट्रीय आय को मापने के विभिन्न तरीके।
2.7.3 जनसंख्या, विकास की दर और आर्थिक विकास पर इसका प्रभाव।
2.7.4 गरीबी और बेरोजगारी- पूर्ण और सापेक्ष गरीबी,बेरोजगारी के प्रकार, कारण और घटनाएं।
2.7.5अवसंरचना-ऊर्जा, परिवहन, संचार।
2.8 भारत में आर्थिक सुधार: 1991 के बाद का आर्थिक सुधार; उदारीकरण, निजीकरण, वैश्वीकरण और विनिवेश।
2.9 धन और बैंकिंग:
2.9.1 मौद्रिक / राजकोषीय नीति- भारतीय रिज़र्व बैंक की भूमिका और कार्य; वाणिज्यिक बैंकों/RRB/ पेमेंट बैंकों के कार्य।
2.9.2बजट और राजकोषीय घाटे और भुगतान संतुलन।
2.9.3 राजकोषीय उत्तरदायित्व और बजट प्रबंधन अधिनियम, 2003।
2.10 शासन में सूचना प्रौद्योगिकी की भूमिका।
नोट: मैथमेटिकल एबिलिटी के सेक्शन- I के मॉड्यूल- I में प्रश्न मैट्रिक स्तर के होंगे, अंग्रेजी भाषा के सेक्शन- II के मॉड्यूल- I में और कॉम्प्रिहेंशन 10 + 2 स्तर के होंगे, तथा पेपर- II और पेपर- III में स्नातक स्तर के प्रश्न होंगे।
SSC CGL Tier-1 और SSC CGL Tier-2 परीक्षायें SSC CGL अधिसूचना में उल्लिखित सभी पदों के लिए अनिवार्य हैं, जबकि टीयर-3 और टीयर-4 अब रद्द कर दिए गए हैं।
FAQ on SSC CGL Syllabus in Hindi
Q. टियर 1 के लिए SSC CGL Maths Syllabus क्या है?
Ans: टीयर 1 के लिए SSC CGL मैथ्स सिलेबस ऊपर दिया गया है। इसमें मुख्य रूप से संख्या प्रणाली, प्रतिशत, दशमलव और अंश, लाभ और हानि, साधारण और चक्रवृद्धि ब्याज, अनुपात और अनुपात, त्रिकोणमिति, ज्यामिति, सांख्यिकी आदि विषय शामिल हैं।
Q. SSC CGL syllabus 2023 क्या है?
Ans कर्मचारी चयन आयोग ने आधिकारिक अधिसूचना PDF में SSC CGL Syllabus 2023 जारी किया है। अधिसूचना के अनुसार SSC CGL Tier 1 परीक्षा में चार खंड हैं जैसे जनरल इंटेलिजेंस एंड रीजनिंग, क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड, जनरल अवेयरनेस और इंग्लिश लैंग्वेज। जबकि टीयर 2 परीक्षा में, पांच खंड हैं जिनमें से कंप्यूटर ज्ञान परीक्षा केवल क्वालीफाइंग प्रकृति की है। उम्मीदवार ऊपर दिए गए लेख के माध्यम से SSC CGL syllabus 2023 में शामिल सभी विषयों की जांच कर सकते हैं।
Q. क्या SSC CGL सिलेबस हर साल बदलता है?
Ans. नहीं, SSC CGL syllabus हर साल नहीं बदलता है लेकिन इस बार SSC ने CGL 2023 मुख्य परीक्षा के SSC CGL exam pattern में कुछ बदलाव किए हैं। अब मुख्य परीक्षा के नए परीक्षा पैटर्न के अनुसार पांच खंड से प्रश्न पूछे जाएंगे। पांच खंड गणितीय क्षमता, सामान्य बुद्धिमत्ता और तर्कशक्ति, अंग्रेजी भाषा और समझ, सामान्य जागरूकता और कंप्यूटर ज्ञान परीक्षण हैं।
Q. SSC CGL syllabus को 3 महीने में कैसे पूरा करें?
Ans. SSC CGL syllabus व्यापक है, इसे 3 महीने में पूरा नहीं किया जा सकता है। उम्मीदवार मॉक टेस्ट हल कर सकते हैं, और संशोधन एवं एक उचित अध्ययन योजना और रणनीति का पालन करके उम्मीदवार 3 महीने में सिलेबस को कवर कर सकते हैं। इसे सही रणनीति और कड़ी मेहनत से ही कवर किया जा सकता है।